ट्रम्प ने कहा- कोरोना पर्ल हार्बर पर हुए हमले से भी बुरा संकट, यह चीन से ज्यादा हमारा दुश्मन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोनावायरस को लेकर फिर चीन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह महामारी पर्ल हार्बर पर हुए हमले से भी बुरा संकट है। महामारीचीन से ज्यादा अमेरिका का बड़ा दुश्मन है। जापानियों ने दो दशक पहले जितना नुकसान नहीं पहुंचाया, महामारी ने अमेरिका को उससेकहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। जापान ने द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 7 दिसंबर 1941 को पर्ल हार्बर पर हमला किया था, जिसमें करीब ढाई हजार अमेरिकियों की जान गई थी।
अमेरिका महामारी को लेकर चीन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कर रहा है। वहीं, चीन का कहना है कि अमेरिका महामारी से निपटने में अपनी असफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। इससे अमेरिका में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि 75 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
अदृश्य दुश्मन को युद्ध की तरह ही देखता हूं:ट्रम्प
ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा कि यह हमारे देश पर हुआ अब तक का सबसे बुरा हमला है। यह पर्ल हार्बर और वर्ल्ड ट्र्रेड सेंटर पर हुए हमले से भी बुरा है। ऐसा हमला पहले कभी नहीं हुआ और ऐसा होना भी नहीं चाहिए था। इसे वहीं रोका जा सकता था, जहां से इसकी शुरुआत हुई। लेकिन चीन ने ऐसा नहीं किया। मैं नहीं जानता यह यहां कैसे पहुंचा। मैं किसी अदृश्य दुश्मन को युद्ध की तरह ही देखता हूं।
माइक पोम्पियो ने भी चीन पर आरोप लगाए
ट्रम्प के साथ-साथ विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी चीन पर जानकारी छुपाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि कोरोना वुहान के लैब से ही निकला है। उन्होंने बीबीसी से कहा कि हम इसे लेकर निश्चित नहीं हैं, लेकिन हमारे पर इसके पर्याप्त सुबूत हैं कि वायरस लैब से निकला है। उन्होंने कहा कि दोनों बातें सही है।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा- वायरस नेचर से विकसित हुआ
वहीं, चीन की सरकारी मीडिया ने माइक पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। अमेरिका के प्रमुख हेल्थ एक्सपर्ट एंथनी फॉसी ने भी सोमवार को कहा था कि कोरोनावायरस किसी लैब से नहीं बल्कि नेचर (प्रकृति) से विकसित हुआ है।
अमेरिका चीन पर आरोप क्यों लगा रहा?
अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। इस बार ट्रम्प को अमेरिका की गिरती अर्थव्यवस्था के चलते कड़ी टक्कर मिल सकती है। लेकिन कोरोना का मुद्दा गरमाने के बाद अर्थव्यवस्था का मुद्दा दब गया है। पिछले महीने के एक ओपिनियन पोल में यह बात सामने आई थी कि इस समय अमेरिका की दो-तिहाई आबादी चीन को लेकर नाराज है। साथ ही इतने ही लोग यह भी मानते हैं कि ट्रम्प ने महामारी से निपटने में देरी की है। इस बीच डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन इस मुद्दे को चुनाव में भुनाने में लगे हैं। वहीं, ट्रम्प उन्हें ‘बीजिंग बिडेन’ बोलकर चीन समर्थक बताने में लगे हैं।
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